المبدأ والمعاد

المبدأ والمعاد पीडीएफ

विचारों:

891

भाषा:

अरबी

रेटिंग:

0

पृष्ठों की संख्या:

155

खंड:

दर्शन

फ़ाइल का आकार:

2299979 MB

किताब की गुणवत्ता :

अच्छा

एक किताब डाउनलोड करें:

52

अधिसूचना

साइट अपडेट होने के कारण, अपडेट पूरा होने तक डाउनलोड अस्थायी रूप से रोक दिया जाएगापर्क करें [email protected]

अबू अली अल-हुसैन बिन अब्दुल्ला बिन अल-हसन बिन अली बिन सिना अल-बल्खी, तब अल-बुखारी, जिसे इब्न सिना के नाम से जाना जाता था, एक मुस्लिम वैज्ञानिक और चिकित्सक थे, जो चिकित्सा और दर्शन के लिए प्रसिद्ध थे और उनमें काम करते थे। उनका जन्म बुखारा (वर्तमान उज्बेकिस्तान में) के पास अफशना गाँव में बल्ख शहर (वर्तमान अफगानिस्तान में) के एक पिता और एक गाँव की माँ के यहाँ हुआ था। उनका जन्म वर्ष 370 एएच (980 ईस्वी) में हुआ था और वर्ष 427 एएच (1037 ईस्वी) में हमदान (वर्तमान ईरान में) में मृत्यु हो गई थी। उन्हें मुख्य शेख के रूप में जाना जाता था और पश्चिमी लोग उन्हें मध्य युग में चिकित्सकों के राजकुमार और आधुनिक चिकित्सा के पिता कहते थे। उन्होंने विभिन्न विषयों पर 200 पुस्तकें लिखी हैं, जिनमें से कई दर्शन और चिकित्सा पर केंद्रित हैं। इब्न सिना को दुनिया में चिकित्सा के बारे में लिखने वाले पहले लोगों में से एक माना जाता है और उन्होंने हिप्पोक्रेट्स और गैलेन के दृष्टिकोण या पद्धति का पालन किया। उनकी सबसे प्रसिद्ध कृति किताब अल-क़ानून फ़ि अल-तिब्ब (द कैनन ऑफ़ मेडिसिन) है, जो लगातार सात शताब्दियों तक चिकित्सा में मुख्य संदर्भ बनी रही। पीलिया के कारण और मूत्राशय की पथरी के लक्षणों का विवरण, और ध्यान दें वसूली पर मनोवैज्ञानिक उपचार का प्रभाव। चिकित्सा की पुस्तक।

पुस्तक का विवरण

المبدأ والمعاد पीडीएफ इब्न सिना

يضيء المستشرق "البارون كارَادوفو" في كتاب "المبدأ أو المعاد" على فلسفة الشيخ الرئيس "اين سينا" وخصوصاً فيما يدعوه كتاب النجاة "الإلهيات" ويقصد به الشيخ الرئيس عالم الموجودات العلوية والله، وهو يؤلف في منهج ابن سينا مذهبين كبيرين وهما: انبثاق الموجودات والسببية. والمعضلة التي يبحثها الكتاب هي معضلة انبثاق التكثر والتي هي أول ما توضع في النظرية العامة لانبثاق الموجودات، أي أن الأمر يدور حول معرفة الكيفية التي يصدر بها عالم كثير عن الموجو الواحد والمبدأ القائم هو في أن "لا يمكن أن يخرج من الواحد غير الواحد" فما هي الطريقة التي تسمح باستخراج المتكثر من الواحد على وجه مباشرٍ، ففي سبيل هذا الفرق يعتبر اين سينا تصوَر المسبب الأول "الذي هو واحد، قد خرج من الواحد الأول، ذات مرة، فقد ظهر اثنان، ووقع تكثر علاقات، وما هنالك من مفاهيم نفسية عن الشعور والمعرفة ممزوجة بمفاهيم ما بعد الطبيعة عن الممكن والواجب كان يعين طبيعة هذه العلاقات، وكان السبب الأول يعرف نفسه ويعرف الموجود الأول، فكان هذا يكون اثنينية، ثم إن المسبب الأول كان ممكناً بذاته واجباً بالموجود الأول... وهكذا كانت تحدث ثلاثية، وكان هذا يكفي ليؤدي إلى التكثر المطلوب". ويعتبر "كارادوفو: أن ابن سينا انتهى إلى التوفيق، على شكل ما، ذلك باستعمال دقيق لمفهوم السببية، بين الإله الفلسفي، الذي يجهل العالم تقريباً، والإله العقديَ الذي يعلم آخر ذرةٍ في العالم، ويقول لو نظرنا إلى المذاهب الخاصة بالقرون القديمة والقرون الوسطى، من حيث الأساس لرئيَ أن مفهوم الوجود ليس مطلقاً، فالوجود برأي "كارادوفو" ليس أمراً معيناً تعيينياً دقيقاً كما نشعر به وفق عاداتنا الوضعية والدَكارتية، فيوجد وجوه كثيرة للوجود ووجوه كثيرة لعدم الوجود، وعادة الوجود والعدم لا يكونان حدين متناوبين حتماً، فكأنه يمتد ظل خفيف بين الوجود وعدم الوجود". تأتي أهمية هذه الدراسة من كونها تأخذ بالبحث والدراسة والتحليل في جميع مناحي فلسفة ابن سينا، وتبدأ بالإلهيات والتي يدرس فيها "كارادوفو": العالم العلوي-نظرية انبثاق الأفلاك- اختراع المسبب- الموجود الأول والمسبب الأول- مبدأ العلة وتحليله عند ابن سينا- التوحيد بين العقل والعلة- نظرية الكليات المتفرغة عن نظرية العلل- واجب الوجود. يلي ذلك، مبحثاً عن الإسلام والفلسفة السيناوية يتبعه دراسة عن وحدة العلم والتوحيد الفلسفي أما كتب ورسالات ابن سينا فهي مكتوبة وموثقة بالنسخ الأصلية عن المخطوطة وجاءت على شكل كتب وسالات باللغة الفارسية، وكذلك كتب ورسالات باللغة العربية. أما القسم الثاني من الكتاب جاء بعنوان "المبدأ والمعاد" وفيه ثلاث مقالات: المقالة الأولى: في إثبات المبدأ الأول وتضم اثنتان وخمسون فصلاً نذكر منها: الفصل الأول: تعريف الواجب الوجود والممكن الوجود. الفصل الثاني: في أن واجب الوجود لا يكون بذاته وبغيره معاً... الخ. أما المقالة الثانية فهي بعنوان: في الدلالة على ترتيب فيض الوجود وتضم إحدى عشرة فصلاً نذكر منها: الفصل الأول: في أن الموجودات كيف تكون عن الأول. الفصل الثاني: في معنى الإبداع عند الحكماء... الخ. وتأتي المقالة الثالثة والأخيرة: في الدلالة على بقاء النفس الإنسانية وتضم عشرون فصلاً: نذكر منها: الفصل الأول: في تعريف النظر المختص بالمبدأ. الفصل الثاني: في كيفية العائدات من العناصر... الخ.

पुस्तक समीक्षा

0

out of

5 stars

0

0

0

0

0

Book Quotes

Top rated
Latest
Quote
there are not any quotes

there are not any quotes

और किताबें इब्न सिना

من مؤلفات ابن سينا الطبية
من مؤلفات ابن سينا الطبية
सामान्य आंतरिक चिकित्सा
1083
Arabic
इब्न सिना
من مؤلفات ابن سينا الطبية पीडीएफ इब्न सिना
الشفاء
الشفاء
सामान्य आंतरिक चिकित्सा
1498
Arabic
इब्न सिना
الشفاء पीडीएफ इब्न सिना
القانون في الطب
القانون في الطب
सामान्य आंतरिक चिकित्सा
5.0000
1278
Arabic
इब्न सिना
القانون في الطب पीडीएफ इब्न सिना
مجموعة ابن سينا الكبرى
مجموعة ابن سينا الكبرى
असाधारण
5.0000
2228
Arabic
इब्न सिना
مجموعة ابن سينا الكبرى पीडीएफ इब्न सिना

और किताबें दर्शन

نظام الأثينيين
نظام الأثينيين
1387
Arabic
अरस्तू
نظام الأثينيين पीडीएफ अरस्तू
الطوفان
الطوفان
1451
Arabic
मुस्तफा महमूद
الطوفان पीडीएफ मुस्तफा महमूद
تجليات الفلسفة العربية
تجليات الفلسفة العربية
1309
Arabic
अबू यारूब अल मरज़ौकी
تجليات الفلسفة العربية पीडीएफ अबू यारूब अल मरज़ौकी
إصلاح العقل في الفلسفة العربية
إصلاح العقل في الفلسفة العربية
1171
Arabic
अबू यारूब अल मरज़ौकी
إصلاح العقل في الفلسفة العربية पीडीएफ अबू यारूब अल मरज़ौकी

Add Comment

Authentication required

You must log in to post a comment.

Log in
There are no comments yet.